Sunday 27 December 2015

CTET Study Material Download – कुछ प्रमुख शिक्षण विधिओं के notes Part-1

आगमन विधि (Inductive Method)

इस विधि में प्रत्यक्ष अनुभवों, उदाहरणों तथा प्रयोगों का अध्ययन कर नियम निकाले जाते है तथा ज्ञात तथ्यों के आधार पर उचित सूझ बुझ से निर्णय लिया जाता है| इसमें शिक्षक छात्रों को अध्ययन
(क). प्रत्यक्ष से प्रमाण की ओर,
(ख). स्थूल से सूक्ष्म की ओर, एवं
(ग). विशिष्ट से सामान्य की ओर 
करवाते है|

उदाहरण

निगमन विधि (Deductive Method)

इसमें छात्र स्वयं नियम नहीं बनाते, बल्कि शिक्षक उन्हें पहले बने नियमों, उदाहरणों, प्रयोगों ओर अनुभवों आदि से अवगत करवा देते है ओर उन्हें कुछ प्रश्नो के हल करके दिखा दिया जाता है|अतः यह विधि:
(क). नियम से उदाहरण की ओर,
(ख). सामान्य से विशिष्ट की ओर,
(ग). सूक्ष्म से स्थूल की ओर. एवं 
(घ). प्रमाण से प्रत्यक्ष की ओर 
चलती है|

प्रोजेक्ट विधि

विल्लियम एच. किलपैट्रिक

इसके जनक प्रयोजनवादी है| यद्यपि जॉन डीवी इसके प्रतिपादक है ओर किलपैट्रिक ने इसे प्रचलित किया किन्तु आज इसके जनक किलपैट्रिक ही माने जाते है| इसमें शिक्षण के सोपान (Stairs) निम्नवत है-
(क). समस्या उत्पन्न करना,
(ख). समस्या का चुनाव,
(ग). कार्यविधि की रूपरेखा बनाना.
(घ). कायर्यविधि का प्रयोग 
(ङ). आकड़ें निकालना./एकत्र करना, ओर
(च). परिक्षण या निष्कर्ष

डेल्टन विधि

कुमारी हेलेन पार्क हर्स्ट

इस विधि के जनक होने का श्रेय "कुमारी हेलेन पार्क हर्स्ट" को दिया जाता है| इस विधि का जन्म डेल्टन नामक स्थान पर होने के कारण ही उससे डेल्टन विधि कहते है| इसकी कार्य प्रणाली अधोलिखित -
(क). कार्य का ठेका,
(ख). निर्दिष्ट कार्य,
(ग). कार्य की इकाई.
(घ). प्रयोगशाला 
(ङ). कक्षा की सभा, ओर
(च). प्रगतिसूचक रेखाचित्र

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Competition Gurukul
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